Advertisement

डीएम ने ली नमो ड्रोन दीदी योजना के सफल संचालन एवं निगरानी हेतु जिला स्तरीय समिति की बैठक

रूद्रपुर, 04 सितंबर, 2024.- नमो ड्रोन दीदी योजना के सफल संचालन एवं निगरानी हेतु जिला स्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी उदयराज सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने कहा योजना के अंतर्गत ग्राम्य विकास एवं कृषि विभाग के माध्यम से प्रस्तुत कार्य योजना का परीक्षण कर संस्तुति राज्य समिति को प्रेषित करने, कार्यक्रम के अंतर्गत ड्रोन उपयोग कार्यों का अनुश्रवण तथा मूल्यांकन के साथ ही चयनित समूहों को ड्रोन प्रशिक्षण आदि दायित्व जिला स्तरीय कार्य समिति के हैं। इसलिए परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास एवं मुख्य कृषि अधिकारी महिला समूहों को नमो ड्रोन दीदी योजना के लिए प्रेरित करते हुए चयन करें व उन्हें प्रशिक्षण दिलाना भी सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक किसान, कृषि उत्पादन संगठन व महिला समूह योजना के तहत लाभान्वित हो सकें।
मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद में कृषि विभाग द्वारा केन्द्रीय योजना में कस्टम हायरिंग सेन्टर के अंतर्गत कृषक समूहों को मूल्य का 40 प्रतिशत या अधिकतम 4 लाख तथा किसान उत्पादन संगठन को मूल्य का 75 प्रतिशत या अधिकतम 7.5 लाख पर कृषि ड्रोन पर अनुदान दिया जा रहा है। उन्होने बताया जनपद में कृषि विभाग द्वारा जसपुर फेडरेशन किसान उत्पादन संगठन, समृद्धि कृषक उत्पादक संगठन सहकारी समिति तथा बण्डिया फेडरेशन किसान उत्पादक कंपनी को अनुदानित एग्री ड्रोन तथा इफको द्वारा ड्रोन दीदी के अंतर्गत एन.आर.एल.एम. समूहों मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह तथा हलधर कृषक उत्पादक संगठन को एग्री ड्रोन उपलब्ध कराये गये जबकि परिभाष चौधरी, सुमित राणा व रणजीत सिंह को इन्टरप्रेन्योर के अंतर्गत एग्री ड्रोन उपलब्ध कराये गये हैं। उन्होंने बताया कि जनपद के प्रत्येक विकासखण्ड में नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के 10 समूहों को ड्रोन अनुदान पर उपलब्ध कराना प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि ड्रोन के माध्यम से फसलों में नैनों उर्वरकों, सूक्ष्म पोषक तत्वों एवं पौध रक्षा रसायनों का छिड़काव संस्तुत मात्रा में कुशलता पूर्वक किया जा सकेगा, खेतों के सटीक मानचित्र तैयार करने में मदद मिलेगी, फसल की गुणवत्ता निगरानी तथा मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। फसलों के अपेक्षित उपज का अनुमान लगाने में सहायता मिलेगी, साथ ही कृषक श्रम बल कम होगा तथा समय की भी बचत होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि फलों व फूलों के पौधों में भी बीमारियां लगती हैं, ड्रोन उद्यान विभाग के लिए भी लाभकारी होगा। उन्होंने मुख्य उद्यान अधिकारी को भी ड्रोन के उपयोग करने के लिए काश्तकारों को प्रेरित करने के निर्देश दिए।

बैठक में परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी कृभको शशिकांत पटेल, भूमि संरक्षण अधिकारी विधि उपाध्याय, डॉ. अजय प्रभाकर, नीरज कुमार, ऋषभ शाह, आलोक कुमार पांडेय, एलडीएम एम.एस. जंगपांगी, कमलजीत कौर आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *